जानिए PPF में कैसे मिलेगा डबल ब्याज, छोटी सी ट्रिक से कमाएं जबरदस्त फायदे
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में अब आप दोगुना ब्याज पा सकते हैं। आप इसके लिए एक छोटी सी ट्रिक का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप पीपीएफ में अधिक धन जमा करना चाहते हैं तो आप इसके लिए एक खास तरीका अपना सकते हैं। आप पीपीएफ में सालाना 1.5 लाख रुपये तक की फंडिंग कर सकते हैं। इससे आपको टैक्स बचाने का भी फायदा होगा। लेकिन, अगर आप इस सीमा के अधिक धन जमा करते हैं तो उस पर टैक्स चुकाना होगा।
यहां एक तरीका है जिसके जरिए आप पीपीएफ में अधिक धन जमा करके दोगुना ब्याज पा सकते हैं। आपको इसके लिए अपने पीपीएफ खाते में सालाना दो बार जमा करना होगा। आप पहली बार 1 अप्रैल से 5 अप्रैल तक जमा कर सकते हैं और दूसरी बार 16 सितंबर से 31 मार्च तक जमा कर सकते हैं। इससे आपको दोगुना ब्याज मिलेगा। अगर आप 1 अप्रैल से 5 अप्रैल तक पहली बार जमा करते हैं तो आपको पहले साल से ब्याज मिलना शुरू हो जाएगा।
कैसे PPF निवेश होता है डबल?
जब हम निवेश करते हैं, तो हम निवेश की रकम पर ब्याज या अन्य आय कमाते हैं। लेकिन क्या हम डबल निवेश कर सकते हैं? क्या यह संभव है? जवाब हाँ है, डबल निवेश करना संभव है और इसके लिए कुछ विकल्प होते हैं।
- पीपीएफ स्कीम: पीपीएफ स्कीम में निवेश करने से आपको इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। इस स्कीम में निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये होती है और आप साल में 12 बार पैसा जमा कर सकते हैं। अगर आप विवाहित हैं तो आप अपने पार्टनर के नाम पर भी पीपीएफ खोल सकते हैं। ऐसा करने से आप एक ही आर्थिक वर्ष में निवेश को दोगुना कर सकते हैं और दोनों खातों पर ब्याज का लाभ भी ले सकते हैं।
मिलेंगे ये फायदे PPF में निवेश करने पर
पीपीएफ (PPF) एक ऐसा निवेश है जिससे आपको कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। यदि आप इसमें निवेश करते हैं तो आपको न केवल टैक्स छूट मिलेगी, बल्कि आपके पैसे भी सुरक्षित रहेंगे।
इस निवेश में इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। इसके अलावा, आप इसमें अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। आप साल में 12 बार पैसा जमा कर सकते हैं।
इसके अलावा, यदि आप अपने पार्टनर के नाम पर पीपीएफ खोलते हैं, तो आप एक ही आर्थिक वर्ष में निवेश को दोगुना कर सकते हैं और दोनों खातों पर ब्याज का लाभ भी ले सकते हैं। इन खातों पर अलग-अलग ब्याज हो सकते हैं, जो आपके लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है। ऐसे आपके PPF निवेश की सीमा दोगुनी होकर तीन लाख रुपये हो सकती है.
इसके अलावा, अगर कोई निवेशक अपने खाते में 1.5 लाख रुपए से अधिक निवेश करता है, तो वह इस निवेश से संबंधित समस्याओं का सामना कर सकता है।
क्लबिंग प्रावधानों का कोई असर नहीं होता
आपकी कमाई के लिए इनकम टैक्स सेक्शन 64 के तहत आप अपने जीवनसाथी के नाम पर दी गई कमाई या उपहार को भी जोड़ सकते हैं। लेकिन, पीपीएफ के मामले में आपको कोई कर नहीं देना होता है क्योंकि यह ईईई के तहत पूरी तरह से कर मुक्त है। हालांकि, क्लबिंग प्रावधानों का कोई असर नहीं होता है जो आपकी कमाई को बढ़ाने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।
Married Couples के लिए संकेत
अगर आप विवाहित हैं और आपके पति या पत्नी के पीपीएफ खाते में आपके द्वारा जमा की गई राशि से हुई कमाई 12 महीने से अधिक हो गई है, तो आप इस कमाई पर ब्याज पा सकते हैं। यह सुविधा पीपीएफ योगदान को दोगुना करने का भी जोखिम देती है।
आपके साथी का पीपीएफ खाता विकसित होने में कुछ समय लगता है। इसलिए, आपके द्वारा जमा की गई राशि के लिए ब्याज की गणना 12 महीने के बाद से होती है।
प्राइवेट सेक्टर के लिए अप्रैल-जून में पीपीएफ ब्याज दर 7.1 फीसदी है, जो एक स्थिर ब्याज दर है। इसलिए, अगर आपके साथी के पीपीएफ खाते में जमा की गई राशि से हुई कमाई 12 महीने से अधिक हो गई है तो आपको उस पर 7.1 फीसदी ब्याज मिलेगा।
इसलिए, अगर आप विवाहित हैं तो आपको अपने साथी के पीपीएफ खाते की समीक्षा करनी चाहिए और अगर आपके द्वारा जमा की गई राशि 12 महीने से अधिक हो गई है तो आप इस सुविधा का लाभ उठा सकते है।